सरकारी कॉलेजों में 60 परसेंट सीट खाली विधार्थी जा रहे पढ़ने बाहर सरकार पहल करे। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने राज्य के38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 60%से अधिक सीट खाली रह जाने पर कहा है कि यह बिहार में तकनीकी शिक्षा के बदहाली का सबूत है। श्री सिन्हा ने कहा कि कुल 13765 सीटों में से 7942 सीट खाली रह जाना चिंता का विषय है।यह स्थिति तब है जबकि इस वर्ष 2810 सीट बढ़ाई गई थी।यह हालात कई वर्षो से है।लेकिन सरकार ने इस पर कभी गम्भीर नहीं हुई। एक समय था सरकार गभीर सोचती थी सिन्हा ने कहा कि राज्य की अराजक शिक्षा व्यवस्था के कारण लाखों छात्र राज्य के बाहर पलायन कर रहे हैं।सरकार ने उनके पलायन को रोकने हेतु कोई प्रयास नहीं किया है।33 वर्षों में राजद और जदयू ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को रसातल में पहुंचा दिया है।उन्नत शिक्षा का प्राबधान के बजाय समाज को विभाजित करने में इनका पूरा ध्यान लगा है। श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य की बिगड़ी कानून व्यवस्था के कारण भी छात्र बाहर जाने के लिए बिबस हैं।राज्य में आपराधिक घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रहा है।पुलिस और प्रशासन सभी अपराधियों को बढ़ाबा दे रहे हैं।
श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में आधारभूत संरचना की भारी कमी है।लैब,प्राध्यापक, शिक्षकेत्तर कर्मी एवम अन्य संसाधनों के विकास के लिए सरकार अपनी अभिरुचि नहीं रखती है।परिणाम यह है कि राज्य के अधिकतर बंचित, कमजोर, पीछड़े, अतिपिछड़ा औऱ आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे को मौका निहि मिल पाता है। सिन्हा ने कहा कि इन कॉलेजों में पढ़ाई की स्थिति दयनीय है।सभी विषयों के स्वीकृत वल से कम प्राध्यापक कार्यरत हैं।पढ़ाई से लेकर कॉपी जांच तक के कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए अधिक मानव बल की आवश्यकता है सिन्हा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों की समीक्षा स्वयं करें और आबश्यक सुधार हेतु आदेश दें।आप एडमिशन प्रक्रिया खत्म होने के वाद भी मेधावी छात्रों को नामांकन हेतू प्रक्रिया अपना खाली सीटो भर सकते है।
RDNEWS24.COM