बिहार में बहार है महा महागठबंधन की सरकार है, करप्शन ही करप्शन हो जाये सावधान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार के आरोपी अफसर पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा था. आदेश मिलते ही सुशासन को ठेंगा दिखा रहे भ्रष्टाचार के आरोपी अफसर को पहले निलंबित किया गया. इसके बाद डीए केस में विशेष निगरानी इकाई ने छापेमारी की थी.
अगस्त-सितंबर 2021 का यह मामला काफी चर्चित हुआ था. लेकिन समय बीतने के साथ ही वह दागी अधिकारी फिर से फील्ड पोस्टिंग ले लिया. जबकि भ्रष्टाचार के आरोपी अफसर को जब तक क्लीनचिट नहीं मिल जाता, तब तक विभाग के स्तर से फील्ड में भेजने पर मनाही है. इस फार्मूले के तहत बड़ी संख्या में ऐसे दागी अफसर मुख्यालय की शोभा बढ़ा रहे. लेकिन इस सुशासन राज में कुछ भी संभव है. जिस अधिकारी को मुख्य़मंत्री के आदेश पर निलंबित किया गया, आय से अधिक संपत्ति केस में पटना से लेकर उत्तर प्रदेश तक छापेमारी की कराई गई.
उसे फिर से फील्ड में मलाईदार पोस्टिंग मिल गई है. है न आश्चर्यजनक हालांकि ज्वाइन करने के दो माह बाद ही फिर से पोल खुलते दिख रही है. लगभग तीन करोड़ की सरकारी राशि गबन होते-होते बची है. शुक्र मनाइए कि OTP मैसेज पूर्व वाले अफसर के मोबाईल पर चला गया. दोषी चाहे जो होता लेकिन नई जगह पर भी करोड़ों का घोटाला हो
चुका ......... Rita सिंह
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