||| गायत्री और सूर्यदेव में सीधा संबंध ... गायत्री मंत्र और सूर्य मंत्र की संयुक्त जप देती हैं सर्व सफ़लता |||
' सविता सर्वस्य प्रसाविका '
सृजन कर प्राण ऊर्जा से संपुष्ट करनेवाले सूर्य ही सविता हैं। धरती के सभी प्राणियों के भोजन का आधार सूर्य ही हैं। आदिशक्ति गायत्री की आत्मा सावित्री है-सविता अर्थात सूर्य को गायत्री का देवता कहा गया है। गायत्री महामंत्र की शक्ति और उनकी उपासना का सीधा संबंध सूर्य से है।
सूर्यदेव के लिए शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?
||| " ओम भास्कराय विद्महे महादुत्यथिकाराय धीमहि,
तन्नो सूर्य प्रचोदयात् " |||
यह एक शक्तिशाली मंत्र है और यह बताता है कि कैसे सूर्य अपनी जादुई ऊर्जा से दुनिया को रोशन करता है। जापकर्ता भगवान सूर्य से प्रार्थना करता है कि वह उसे अच्छी बुद्धि प्रदान करें और उसे अज्ञानता से दूर रखें.
||| शुभ प्रभात ... शुभ रविवार ... शुभकामनाएं |||
RDNEWS24.COM