तेजस्वी को जारी किया नया समन, नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में 5 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया एक कहावत बहुत सरल है सायद आप को पता जरूर होगा, पढते रहे RDNEWS
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नॉकरी का वादा जनता कियेकहा गया प्रवर्तन निदेशालय ने ‘नौकरी के बदले जमीन’ धनशोधन मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को नया समन जारी किया। ईडी ने उन्हें पांच जनवरी को पेश होने को कहा है। दरअसल, तेजस्वी को ईडी ने 22 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वह पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे। तेजस्वी ने ईडी के नोटिस को नियमित प्रक्रिया बताया था। तेजस्वी के पिता और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव को इस मामले में 27 दिसंबर को दिल्ली में ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।
यह कथित घोटाला उस समय का है जब लालू प्रसाद (75) संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के पहले कार्यकाल में रेल मंत्री थे। आरोप है कि 2004 से 2009 तक, भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह ‘डी’ पदों पर कई व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और बदले में, इन व्यक्तियों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी ए. के. इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित की थी चोर के दाढ़ी में तिनका, अपना खबर चले है जनता को मूर्ख बनाने तेजस्वी को जारी किया नया समन,नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में 5 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया तेजस्वी को जारी किया नया समन,नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में 5 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया एक कहावत बहुत सरल है सायद आप को पता जरूर होगा,पढते रहे RDNEWS
अपना ठिकाना नही बॉप के धन पर गुमान और बाबूजी taजिंदगी जेल or बेटा चले है 9 वे फेल चले है जनता को नॉकरी देने सभी नेता का झूठा वादा कर के राजनीत करना फिर जनता को लूटना । आगे देखते RDNEWS
प्रवर्तन निदेशालय ने ‘नौकरी के बदले जमीन’ धनशोधन मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को नया समन जारी किया। ईडी ने उन्हें पांच जनवरी को पेश होने को कहा है। दरअसल, तेजस्वी को ईडी ने 22 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वह पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे। तेजस्वी ने ईडी के नोटिस को नियमित प्रक्रिया बताया था। तेजस्वी के पिता और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव को इस मामले में 27 दिसंबर को दिल्ली में ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। यह कथित घोटाला उस समय का है जब लालू प्रसाद (75) संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के पहले कार्यकाल में रेल मंत्री थे।
आरोप है कि 2004 से 2009 तक, भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह ‘डी’ पदों पर कई व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और बदले में, इन व्यक्तियों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी ए. के. इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित की थी I
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