बिहार बीजेपी के अंदर सिरफुटौव्वल है। सत्ता के बेदखल होने के बाद बीजेपी के बड़े नेताओं की मनमानी के खिलाफ घर के अंदर से ही आवाज उठने लगी है। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तानाशाही रवैये के खिलाफ दल के एक कद्दावर विधायक खुल कर सामने आ गये। विधायक ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद की मनमानी के खिलाफ आवाज बुलंद की। घऱ के अंदर ही पूरी तरह से घिर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह सांसद को विवश होकर पीछे हटना पड़ा। साथ ही दो दिन पहले नगर निगम के मेयर पद को लेकर अपने फेसबुक-ट्वीटर पर भाजपा कैंडिडेट के तौर पर जो ऐलान किया था l
उसमें सुधार करना पड़ा. न्यूज4नेशन ने जब खबर चलाई तो राधामोहन सिंह को ट्वीट डिलीट करना पड़ा और फेस बुक पर सुधार करना पड़ा ,ये नेता को आपस मे मिल मिलाप नही है ,ओर चले देश ,विदेश की बात करते है पंगु नेता सभी पार्टी के नेता ,जनता से ठगने के काम किया है और अपनी राजनीति रोटी सेकती रहेगी ,जनता मरता रहेंगे ,सच कहा गया है ,जी है ,एआप लोग के ये उक्ति याद होगा ,अंधरी नगरी चौपट राजा ,टके से भांजा टके से खाजा वाली उक्ति ,तो हो जाये ,सावधान ,और अपनी बिस्किमती vote पड़े लिखे को दे l ... RDNEWS24.COM