बिहार में एक राजनीतिक पार्टी शुरू करने की संभावनाओं की तलाश में ‘जन सुराज यात्रा’ कर रहे प्रशांत किशोर ने संवाददाताओं से कहा कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आने वाले दिनों में बदलते राजनीतिक परिद्दश्य में उपयुक्त लगा तो वह फिर से राजदकी सरकार बनाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाने में एक मिनट का भी इंतजार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि राजद से अलग होने के बाद भी जदयू सांसद हरिवंश नारायण सिंह का राज्यसभा के उपसभापति पद पर आसीन रहना इस बात का पुख्ता संकेत है कि आने वाले दिनों में जदयू और भाजपा को मिलाने में नारायण सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका निभाए.
2017 में BJP की गोद में जा बैठे नीतीश”
किशोर ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2013 में घोषणा की थी कि वह नष्ट हो जाएंगे लेकिन भाजपा से दोबारा हाथ नहीं मिलाएंगे। लेकिन, वर्ष 2017 में वह भाजपा की गोद में जा बैठे।” उन्होंने कहा कि अपनी राजनीतिक उपयुक्तता के आधार पर किसी भी घेरे को पार करना मुख्यमंत्री नीतीश की विशिष्टता है। चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव की अपनी कोई राजनीतिक पहचान नहीं है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं और यही उनके
बेटे तेजस्वी के साथ नही बल्कि कुर्शी भूखे मुख्य मंत्री अपनी लालच में बिहार को अपराध डकैती हत्याएं के हाथ नीलाम कर दिया सच मे बिहार को अब नेता नह8 बचा सकता है जनता जागरूक हो अपनी vote नया चेहरे को दे ।
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